Friday, December 18, 2020

जयमल कल्ला राठौड़ पच्चीसी

🙏🌷जयमल कल्ला पच्चीसी🌷🙏
    🌷रणबंका राठौड़🌷
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जयमल जोधो जोरगो, चावो गढ़ चितौड़।
अमर नाम कर आपरौ,रणबंका राठौड़।।1।।

कल्लो भैरव कालियो,हुवै न जिणसूं होड़।
कांधै काको कमधजो, रणबंको राठौड़।।2।।

जुद्ध में कटगी जांघड़ी,करुं मैं किण विद झोड़।
कल्ला सूं जयमल कहै,रणबंको राठौड़।।3।।

बेठो कांधै बापजी,जबरो करस्यां झोड़।
चारभुजा धर चालिया, रणबंका राठौड़।।4।।

काका भतीजा ऐकला, मारया तुर्क मरोड़।
जयमल कल्ला जोरगा,रणबंका राठौड़।।5।।

बैठ भुजा पर भैरवी, करै घनेरा कोड।
खप्पर भरिया कालका,रणबंका राठौड़।।6।।

आय विराजै अम्बिका,ठमकत भाला ठौड़।
बैठ भुजा पै भगवती,रणबंका राठौड़।।7।।

तक तक मारै तुरकड़ा,तड़ तड़ गरदन तोड़।
दड़बड़ रण में दौड़ता, रणबंका राठौड़।।8।।

खड़गां रण में खड़कती, ठमकत ठावी ठौड़।
भुजा विराजी भगवती, रणबंका राठौड़।।9।।

भुजा चार धर भगवती, ठावी बैठी ठौड़।
कल्ला जयमल कमधजा,रणबंका राठौड़।।10।।

डम डम डमरू डमकता, फड़ फड़ घुड़ला पोड़।
कांधे जयमल कमधजो, रणबंका राठौड़।।11।।

खड़ खड़ खांडा खड़कता,दड़बड़ घोड़ा दौड़।
कांधे चढ़ियो कमधजो, रणबंका राठौड़।।12।।

तड़ तड़ पड़ता तुरकड़ा, भड़ भड़ फूटत भोड।
मारै घणाय मुगलिया,रणबंका राठौड़।।13।।

थर थर छूटत धूजणी, फड़ फड़ गोला फोड़।
सर सर सर सरणावतो,रणबंका राठौड़।।14।।

फर फर मूंछां फरकती, जबरो बणियो जोड़।
जयमल कल्ला जोरगा,रणबंका राठौड़।।15।।

भळ भळ भालो भळकतो,तड़कत छाती तोड़।
मुगल घणाई मारिया,रणबंका राठौड़।।16।।

हिण हिण घुड़ला हिणकता,दमकत जाता दौड़।
दळता अरिदल दोवड़ा,रणबंका राठौड़।।17।।

ढम ढम बाजत ढोलड़ा, तुरही ताबड़ तोड़।
कबंध लड़ता ऐकला, रणबंका राठौड़।।18।।

मुगल मारया मोकळा,चढ़ियो रंग चितौड़।
जयमल कल्ला जोरगा,रणबंका राठौड़।।19।।

तोपां तोड़ी ठावकी, कर कर कल्ला कोड।
कांधै जयमल कमधजो,रणबंको राठौड़।।20।।

करियो अचम्भो अकबर,हुवै न इणरी होड़।
चतुर्भुज बणै चोवटा, रणबंका राठौड़।।21।।

चलै कटारी चौगुनी,तड़ तड़ ताबड़तोड़।
धड़ तो लड़ता धाड़वी,रणबंका राठौड़।।22।।

परतख खप्पर पीवती, रणचण्डी रणछोड़।
मुंड माला गल मोहनी,रणबंका राठौड़।।23।।

आन बान अर शान में, हुवै न इणरी होड़।
रणभूमि में लड़ मरिया,रणबंका राठौड़।।24।।

रंग रुड़ा हा राजवी,कहै अजय कर जोड़।
अमर इला पर आपरी,रणबंका राठौड़।।25।।

@ठा.अजयसिंह राठौड़ सिकरोड़ी कृत।।जयमल कल्ला राठौड़ पच्चीसी

Saturday, May 16, 2020

वंशावली गीत ठिकाना सिकरोड़ी।।

वंशावली अजयसिंह कांधल राठौड़ राजवंश ठिकाना सिकरोड़ी(भादरा)
: *कवि:- महाकवि भंवरदान 'मधुकर'*
*वंशावली:- कांधल राठौड *
*संख्या:- ३५० पिढी*
*छंद/गीत:- सुपंखरो*

ओम कार आद शक्ति शंशार वधार शीव
हरी नाभ कमल सें ब्रह्मा हुलास l
काछब विसवान मनु इक्षाकु विकुक्षी कहै
कुशत्स सुयोध पृथू विश्वरधि कास ll
*(१)*

चंद भुवनाश्व सावस्त कुलाश्व वृहद
धुधमार द्रढाश प्रमोद हर्माधीत l
कृशव रू सहताश राजाशव भवनाश
मानधाता पुरू कुश योवना हारीत ll
*(२)*

त्रस दसु अजरसु हरियसु अरूण ता
निबंध त्रिशूक हरिचंद रोहीतास l
हारीत चंप विजै सुदेव भरूक होय
वृक वाहू सगर असमंजस सु आस ll
*(३)*

अंशुमान दिलीप भगीरथ काकुत्स एसै
श्रुत रू नाभाग अमरीष वा सुताय l
सिन्धुदीप आयुताश श्रतुपर्ण सर्वकाम
सुदास रू सजो अस जस देव राय ll
*(४)*

सेदवीक विश्वसद खदमग दीर्घबाह
दिलीप रू रघू अज दुजो देव दीष l
रामरथ सिंधुसेन नभ केतु रतन रू
राष्ट योवनाश मानधाता अमरीष ll
*(५)*

धम रूक मनुकुश सोम सत्य देक सत्य
पूण्डरीक हरताम हरजस पांण l
बुध डडबाण आण जग खम्भ बाण बेटा
सरबाण नज महा रथ रूपबाण ll
*(६)*

चत्रबाण अजबाण कुभ रु सारंगबाण
कुशबाण केशीबाण मनशु महान l
परकुत्स परिक्षित सहस कपिल पुणां
कलिंग रू मदियार चकन्द कहान ll
*(८)*

धीरधज अवशेस अग्रसेन सूरसेन
वीरसेन अम्बसेन मदसेन वेर l
परसेन आन मद मग मन नर्मसेन
वीर केईसेन ब्रह्मसेन हू वधेर ll
*(९)*

रूप संमद रवी शीव वहूवना धरजदेव
अम्ब हरमंद राम सोम जो समंद l
जगसमंद वीर नर वीरसण नूरसम
सिणसंमद कलसम अकर अखंद ll
*(१०)*

सर सम महासम पदमसम रतनसम
रायसम वीरसम सुत सुरतपाल l
रूधपाल भरतचंद सुरज के ईन्द्र राज
अजपाल धर्म गंग भीव भेरूपाल ll
*(११)*

रियकपाल कवलपाल धून्धमार दलापाल
सम्पतपाल अजै पदमसद ग्यान दम l
महापदम पूत जग अकर सूरज पदम
अंत पदम सारंग रू वीर पदम अम ll
*(१२)*

पदमसेव पृथीसेव अकरसेव शीवसेव
पुर्णसेव बुनसेव दण्डसेव देख l
भगसेव बहासेव अरूणसेव पथप्राण
महापथ सामजीत अक्षैजीत ऐख ll
*(१३)*

विजैजीत अजैजीत रूघबाहू अजबजीत
शंकरजीत रोहजीत चंद्र ईन्द्रजीत l
सुरजजीत सोमजीत महीपथ रूप सुत
राम पथ तेजपथ अम्बपथ रीत ll
*(१४)*

रूपपथ जसमान दिज अयपाल दखां
मूलदेव महापथ वर सीधपथ l
अकपथ असपथ शिवपथ सोमपथ
धुमपथ नीमपथ गंग नरपथ ll
*(१५)*

असमान सद्रपथ इन्द्र चन्द्र रूद्रपथ
सुरकपथ दियापथ सुलकपथ सोय l
सकलपथ नगपथ बुधबल मनसेर
मानसोल चिलभ्रम धर्मधज मोय ll
*(१६)*

गलहीर राजधर्म धूड़धज ताह गणां
बिंदबल जयसमंद नरसमंद नाम l
अम्बरीख अस्तबाण चाकै तरवत तंग
रोहितास जंग जय अंगबाण जाम ll
*(१७)*

अजबाण सतभ्रम पुण्डरीक बुध अखै
दहजंग परिछन रीम वीरसेण l
सुभानु के नवखत उछिन पंख जोगियत
अवसाय अंगराय प्रण सुत ऐण ll
*(१८)*

साईपथ बिमीधव अतंरण मनुदेव
बिसीघव हरभज डयड़ बकसंत l
बाहूक को कहोचंद माया रायचंद बणै
भागचंद दीपचंद सुभास भनंत ll
*(१९)*

रूपचंद पृथीचंद श्रीचंद ईन्द्रचंद
कुलचंद अजै बल चंद नभ काय l
बंबचंद अगरचंद बुधचंद उदैचंद
शंशारचंद हरचंद जगदीस जाय ll
*(२०)*

बैणचंद बिरम रथ दुडवाय कर्णराय
तुगथाल भरत श्रीपुन्ज धर्मवम्ब l
धज कमधज रतन किसन का कलवृक्ष
सदवक्ष सूरवक्ष उदय अवलम्ब ll
*(२१)*

विजयचंद जयचंद अभय प्रतापचंद
पोईसेन वरदाई सेतराम पाय l
राव सिंहा आस्थान धुहड़ के रायपाल
कानपाल जालन के छाडन कहाय ll
*(२२)*

तीडा के सलखा अरु वीरम के चुण्डा तवां
राव रिड़माल पूत कांधल रिझाय l
सिकरोड़ी धणी अजै बंशावली लिखी सोय सुपक्षरो गीत कवी भमर सुणाय ll
*(२३)*

कांधल अरड़कमल खेतसी के सांईदास
गुणी सुत खंगारसी सिकरोड़ी गाम l
गोकलसी केशोदास दुरजनसी ईन्द्र दखां
नंद रतनेस ताको मुणसिंह नाम ll
*(२४)*

ताकै सुत सवाईसिह उनकै हुकम तवां
भणां खंगसिह ठाकुर ताकै भीमराज l
भीभ कै विजय लूण दोलत अजय भणां
अजय के अभेमन्यू अर्जुन सुआज ll
*(२५)*

तीन सो पचास पिढी कांधलोत बंश तिका
जपत भमरदान माड़वै जेसान l
मानवीय भूल कोय होय कवी मधुकर
माफ किजो गुणी जन आप हो महान ll
*(२६)*

*-महाकवि भंवरदान 'मधुकर' कृत कांधल राठौड वंशावली*
*संपर्क:- 9414761361*